ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कैसे करे (Blog Rank Kaise Kare)

आज की पोस्ट में हम Blog Post Ko Google Me Rank Kaise Kare के तरीके जानेंगे जिसमें मैं आपको कुछ ऐसे स्टेप, तरीके बताऊंगा जिससे आप अपने ब्लॉग और ब्लॉग पोस्ट को आसानी से गूगल में टॉप 1 पोजिशन पर रैंक करा सकते है चाहे वह नई ब्लॉग पोस्ट हो या पुरानी ब्लॉग पोस्ट को सभी के लिए यह तरीका काम करेंगा।

ब्लॉगिंग में सबसे मुख्य कार्य ब्लॉग लिखना और उसे गूगल में कराना माना जाता है जो ब्लॉग का मुख्य कार्य होने के साथ सबसे कठिन कार्य भी है क्योकि ब्लॉग बनाना या ब्लॉगिंग शुरू करना तो सबसे आसान कार्य हो सकता है जो आपको सिर्फ एक बार करना है और एक फिक्स तरीके से करना है।

लेकिन ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कराना ना तो एक बार का काम है और ना ही किसी फिक्स तरीके से आप अपनी ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कर सकते है यहाँ ना जाने कितने 200 से ज्यादा रैंकिंग फैक्टर कार्य करते है और इतने गूगल रैकिंग फैक्टर के बारे में शायद ही कोई ब्लॉगर बहुत बेहतर जानता हो।

लेकिन फिर भी बहुत सी ऐसी कॉमन चीजे है जिसके बारे हर एक प्रोफेशनल ब्लॉगर जानता है और वही चीजे अपने ब्लॉग पर अप्लाई करके अपनी पोस्ट को गूगल में टॉप रैंक कराता है तो आज की पोस्ट में हम यही जानने वाले है एक पुराना ब्लॉगर ऐसा क्या करता है कि उसकी पोस्ट गूगल में रैंक होती है और नये ब्लॉगर की पोस्ट गूगल में नही होती है।

तो अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट का रैंकिंग को लेकर परेशान है तो इस पोस्ट को पूरा पढे़ इसमें ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कैसे करे के कुछ खास तरीके बताये गये है जिससे आप अपनी पोस्ट 1 वन पोजिशन पर भी रैंक कर सकते है तो आइए जानते है इसके बारे में।

Table of Contents

Blog Post Ko Google Me Rank Kaise Kare

दोस्तो आज के समय में लॉखो नये ब्लॉगर गूगल में सर्च करते है कि वह अपने ब्लॉग या पेज को रैंक कैसे कराये टिप्स या ट्रिक्स लेकिन वह यह नही जानते है कि गूगल रैंकिंग के लिए टिप्स या ट्रिक्स काम नही करती है सबसे ज्यादा कुछ काम करता है तो वह आपका कंटेंट है।

क्योकि गूगल को चाहिए अच्छा से अच्छा कंटेंट जो User की समस्या का समाधान कर सके यहाँ आपका जितना कंटेंट बेहतर होगा आप उतना ही अच्छी पोजिशन पर गूगल में रैंक कर सकते है लेकिन अगर आपका कंटेंट सही नही है तो आप कितना भी टिप्स या ट्रिक्स Use करलें आपकी पोस्ट गूगल में रैंक नही हो सकती है।

इसलिए आज की पोस्ट में हम टिप्स या ट्रिक्स कम बल्कि गूगल में रैंक करने के कुछ रियल कारण जानेंगे जिसके Base पर आप एक न्यू ब्लॉग या न्यू ब्लॉग पोस्ट को भी गूगल में रैंक करा सके जिसमें मैं आपको अपने New Blog का कुछ उदारहण भी दूंगा ताकि आप गूगल रैंकिंग के बारे में बेहतर समझ सके।

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ब्लॉग को #1 पेज रैंक कैसे करें – 17 तरीके

  1. सही Domain Name का चयन करें
  2. सही ब्लॉगिंग प्लेटफार्म का चयन करें
  3. सही ब्लॉग टॉपिक का चयन करे
  4. अपने ब्लॉग को अच्छे से डिजाइन करे
  5. Low Competition Keywords का चयन करें
  6. अच्छा से अच्छा Quality Content लिखें
  7. ब्लॉग पोस्ट का SEO करे
  8. अपने ब्लॉग को मोबाइल के अनुकूल डिजाइन करे
  9. अपने ब्लॉग की Loading Speed को Fast करें
  10. अपने ब्लॉग का CTR बढ़ाने पर फोकस करे
  11. ब्लॉग का Bounce Rate को कम करें
  12. ब्लॉग पोस्ट को Rich Results के लिए तैयार करें
  13. High Quality Backlink बनाएं
  14. Article को Social Media पर शेयर करें
  15. नियमित रूप से पोस्ट लिखें पोस्ट पब्लिश करने का समय फिक्स करे
  16. अपनी ब्लॉग पोस्ट को अपडेट करे
  17. ब्लॉगर पर Push Notification का उपयोग करे

यहाँ गूगल रैंकिंग में आपका ब्लॉग किस तरह का है किस प्लेटफार्म पर किस डोमेन के साथ बनाया गया है यह भी काफी मैटर करता है इसलिए हम आपको वह सारे प्वाइंट बतायेंगे जिसको आप सही करके गूगल में बेहतर पोजिशन पर रैंक कर सकते है तो आइए जानते है।

1. सही Domain Name का चयन करें

जब आप गूगल के टॉप पोजिशन पर रैंक करने की सोचते है तो आपको यहाँ टॉप लेवल डोमेन नेम की भी जरूरत होती है क्योकि आपका डोमेन भी गूगल रैंकिंग के लिए मुख्य भूमिका निभाता है।

यह डोमेन Buy करने और ब्लॉग बनाने का काम रैंकिंग से पहले सोचने की जरूरत है कि आपको किस तरह का डोमेन लेना चाहिए और किस प्लेटफार्म पर अपना ब्लॉग बनाना चाहिए।

अगर हम टॉप लेवल डोमेन की बात करे तो .com .net .org .in सह सभी टॉप लेवल डोमेन होता है और इसी डोमेन के साथ आपको अपना ब्लॉग बनाना चाहिए क्योकि आज के समय में सब डोमेन पर ब्लॉग बनाकर गूगल में रैंक करना आसान नही होगा।

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2. सही ब्लॉगिंग प्लेटफार्म का चयन करें

ब्लॉगिंग प्लेटफार्म 1% भी गूगल रैंकिंग का फैक्टर नही है आप किसी भी प्लेटफार्म पर ब्लॉग बनाये आपको इसमें रैंकिंग में प्लेटफार्म की वजह से कोई फर्क नही देखने को मिलेगा अच्छा प्लेटफार्म बस आपको अच्छे तरीके से काम करने की सुविधा देता है।

और आज के समय में आपको गूगल में अच्छी पोजिशन पर रैंक करना है तो आपको अच्छे ब्लॉगिंग प्लेटफार्म की जरूरत होगी जहाँ से आप बेहतर ढंग से ब्लॉगिंग का कार्य कर सके और अपनी पोस्ट को गूगल में टॉप पोजिशन पर रैंक करा सके।

अगर अच्छे ब्लॉगिंग प्लेटफार्म की बात करे तो Blogger और WordPress से बेहतर दूसरा कोई ब्लॉगिंग प्लेटफार्म नही है लेकिन Blogger और WordPress में भी बहुत ज्यादा अंतर है यहाँ WordPress Blogging कने की जितनी शुविधा देता है उतना आपको Blogger में नही मिलेगा।

इसलिए आप गूगल में अच्छी पोजिशन पर रैंक करना चाहते है तो आपको WordPress पर ही Hosting और Domain खरीदकर ब्लॉग बनाना चाहिए तभी ब्लॉगिंग का कार्य ज्यादा बेहतर ढंग से कर पायेंगे और अपनी पोस्ट को टॉप पर रैंक करा पायेंगे।

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3. सही ब्लॉग टॉपिक का चयन करे

दोस्तो ब्लॉगिंग शुरू करने के लिए आपको ब्लॉग टॉपिक की जरूरत होती है यहाँ आप जैसा टॉपिक चुनते है उसी के हिसाब से आपको गूगल में रैंकिंग भी मिलती है क्योकि आज के समय में ब्लॉगिंग में काफी कंपटीशन है यहाँ आप जितना कंपटीशन वाला टॉपिक चुनेंगे उतना ही आपको गूगल में रैंक करने में मुश्किल होगा।

लेकिन अगर आप बिना कंपटीशन वाला टॉपिक चुनते है तो उस टॉपिक पर आप बहुत जल्दी अपने ब्लॉग या ब्लॉग पोस्ट को रैंक करा सकते है यहाँ यह कंपटीशन वाली बात एक नये ब्लॉगर को समझ नही आती है लेकिन अगर आप कुछ पुराने ब्लॉगर है तो आप इसके बारे में बेहतर समझते होगे।

ब्लॉग टॉपिक के कंपटीशन का मतलब है कि आप जो ब्लॉग टॉपिक चुन रहे है उसी टॉपिक पर और भी बहुत से ब्लॉग पहले से बने है तो उसका कंपटीशन ज्यादा होगा क्योकि यहाँ पर आपको उस टॉपिक पर ब्लॉग लिखकर अपनी पोस्ट को रैंक करने के लिए पहले से रैंक पुराने ब्लॉग को पिछे छोडना होगा तभी तो आप टॉप पोजिशन पर रैंक करेंगे।

मतलब आपको पुराने ब्लॉगर से कंपटीशन करना होगा और यहाँ आपका ब्लॉग नया है तो आप पुराने ब्लॉगर से कंपटीशन नही कर सकते है और ना ही अपनी पोस्ट को रैंक करा सकते है इसलिए आपको यहाँ कुछ आसान ब्लॉग टॉपिक चुनना होगा जिस टॉपिक पर आप बिना कंपटीशन या कम कंपटीशन पर आसानी से रैंक कर सको।

वैसे एक ब्लॉग पर आप कई टॉपिक का ब्लॉग पोस्ट लिख सकते है या कई टॉपिक सेलेक्ट कर सकते है लेकिन आज के समय में एक सिंगल ब्लॉग टॉपिक वाला ब्लॉग आसानी से अपने टॉपिक पर रैंक करता है इसलिए आपको एक सिंगल ब्लॉग टॉपिक ही अपने ब्लॉग के लिए चुनाना चाहिए और इस टॉपिक से रिलेटेड नाम का ही डोमेन नेम Buy करना चाहिए।

क्योकि जब आप टॉपिक के हिसाब से डोमेन Buy करते है तो यह गूगल रैंकिंग के लिए और भी बेहतर हो जाता है आप अधिंकांस ब्लॉग देखेंगे इसी तरह की Domain Buy करके बनाये गये है जिससे उस टॉपिक के लिए उनका ब्लॉग रैंक करता है।

इस तरह का आपको ब्लॉग टॉपिक चुनना होगा और अपने टॉपिक से रिलेटेड डोमेन खरीदकर अपना ब्लॉग बनाना होगा जो आपको आगे चलकर गूगल रैंकिंग में काफी हेल्प करेगा।

4. अपने ब्लॉग को अच्छे से डिजाइन करे

आपको पता होगा ब्लॉग की डिजाइन का गूगल रैंकिंग से कोई मतलब नही है इसका मतलब या फायदा सिर्फ इतना है कि आपका दिखने में जितना अच्छा होता है User आपके ब्लॉग पर ज्यादा देर तक रूकते है जिससे आपको रैंकिंग में काफी मदद मिलती है।

उदारहण के लिए आपके ब्लॉग पर कोई User पोस्ट पढने आया वह एक मिनट से 5 मिनट पोस्ट पढ़ता है लेकिन उसे आपके ब्लॉग का डिजाइन अच्छा लगता है तो वह एक से दो मिनट ब्लॉग की डिजाइन देखता है मतलब वह आपके ब्लॉग पर दो मिनट ज्यादा रूकता है जो गूगल रैंकिंग के लिए काफी फायदेमंद है।

इससे आपके ब्लॉग का बाउंस रेट कम होता है क्योकि User आपके ब्लॉग पर ज्यादा देर तक रूकता है जिससे गूगल को लगता है आपकी ब्लॉग पोस्ट बहुत अच्छी है जिससे वह आपकी पोस्ट को और भी टॉप पोजिशन पर रैंक करता है इसलिए आपको अपने ब्लॉग का डिजाइन अच्छा बनाना होगा जो Users को ज्यादा से ज्यादा पसंद आ सके।

5. Low Competition Keywords का चयन करें

अच्छा ब्लॉग टॉपिक चुनने से कही ज्यादा जरूरी है Low Competition Keywords खोजना क्योकि ब्लॉग टॉपिक अपके ब्लॉग को गूगल रैंक कराने के लिए होता है और Low Competition Keywords आपकी ब्लॉग को रैंक कराने के लिए होता है।

आपका आपका सिर्फ एक ब्लॉग टॉपिक पर रैंक करता है जबकि ब्लॉग अलग – अलग कीवर्ड पर रैंक करती है जहाँ से आपको सबसे ज्यादा ट्राफिक मिलता है लेकिन एक ब्लॉग को पोस्ट को जल्दी से गूगल से रैंक कराने के लिए आपको Low Competition Keywords चुनना होता है ताकि आपकी पोस्ट कम कंपटीशन के कारण जल्दी से गूगल में रैंक हो जाये।

यहाँ लो कंपटीशन कीवर्ड खोजना उसका इंटेंट समझना और उसके हिसाब से पोस्ट लिखना ये सभी कुछ जानने के लिए आपको कीवर्ड रिसर्च के प्रोसेस को समझना होगा तभी आप यह सभी चीजे आसानी से जान पायेगे और अपने लिए अच्छा से अच्छा Low Competition Keywords सर्च कर पायेंगे।

क्योकि कीवर्ड रिसर्च ही वो प्रोसेस है जहाँ से आप Low Competition Keywords सर्च कर सकते है और इस कीवर्ड के बारे सारी चीजे जान सकते है जो आपको गूगल रैंकिंग में हेल्प करेगी तभी आप उस कीवर्ड पर ब्लॉग पोस्ट लिखकर उसे गूगल में रैंक करा सकते है।

6. अच्छा से अच्छा Quality Content लिखें

आज के समय में अपनी ब्लॉग को गूगल में रैंक कराने के लिए आपकी पोस्ट का अच्छा से अच्छा Quality Content होना जरूरी है तभी आपकी पोस्ट गूगल में रैंक हो सकती है आप दुनियाँ भर जितने भी रैंकिंग टिप्स या ट्रिक्स है उन्हे Use करले आपकी में Quality नही है तो वह गूगल में रैंक नही हो सकती है।

क्योकि टिप्स या ट्रिक्स तब काम करती है जब आपका कंटेट बेहतर होता है जब कंटेंट बेहतर नही होगा ये टिप्स या ट्रिक्स भी आपको गूगल रैंकिंग में फायदा देने की बजाय नुकसान देना शुरू करेगी जिसका मलतब है वह पोस्ट फिर कभी भी गूगल में रैंक नही कर पायेगी।

यहाँ अधिकतर ब्लॉगर अपनी ब्लॉग पोस्ट को इस हिसाब से लिखते है कि उनकी पोस्ट गूगल में रैंक हो जाये जबकि वो ब्लॉग पोस्ट पढने वाले User को ध्यान में नही रखते है कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद User को क्या मिलेगा क्या वह जिस जानकारी के लिए आपकी पोस्ट पर आया उसमें वह पूरी जानकारी है।

क्योकि यहाँ बहुत से लोग Quality Content का मतलब ही नही जानते है यहाँ Quality Content का मतलब लिर्फ लम्बी पोस्ट लिखना या गूगल के हिसाब से पोस्ट लिखना नही है बल्कि User के क्वेरी या कीवर्ड के इंटेंट के हिसाब से पोस्ट में पूरी जानकारी देना वो भी इस ढंग से की Reader को बेहतर ढंग से समझ आ सके।

यहाँ अपने पोस्ट में पूरी जानकारी देने के साथ Google SEO को भी समझ कर उसके हिसाब से पोस्ट लिखने की जरूरत होगी ताकि पोस्ट पढ़़ने वाले रीडर को आपकी जानकारी पसंद आये और उस पोस्ट का सही स्टैक्चर और SEO गूगल को पसंद आये जिससे आपकी पोस्ट गूगल में टॉप रैंक कर सके।

यहाँ हमने Quality Content लिखने के बारे में कई पोस्ट में बताया है जिसे आप पढ़ सकते है और उसी हिसाब से अपने ब्लॉग पोस्ट को लिखकर उसे गूगल में पहले पोजिशन पर रैंक कर सकते है।

7. ब्लॉग पोस्ट का SEO करे

एक अच्छा Quality Content लिख देने मात्र से भी आपकी पोस्ट गूगल में टॉप रैंक नही कर सकते है क्योकि इसमें कुछ बेसिक SEO के साथ एडवांस SEO की जरूरत होती है जो आपकी पोस्ट को गूगल में जल्दी से Index करा सके ताकि आपकी पोस्ट तेजी से रैंक हो सकते है।

यहाँ आप जब तक Indexing और Ranking के बारे बेहतर नही समझते है तब आप गूगल में अपनी पोस्ट को रैंक भी नही करा सकते है क्योकि आपकी पोस्ट तो गूगल में तब रैंक होगी जब सही ढंग से गूगल में Index होगी।

यहाँ गूगल Indexing के लिए आपको Google Search Console के SEO को समझना होगा जिसमें अपने ब्लॉग को Add करने से लेकर ब्लॉग पोस्ट का Sitemap Submit करने और अपनी पोस्ट की Indexing समस्या को समाधान करने का SEO सीखना होगा।

अगर हम SEO की बात करे तो एक पोस्ट को गूगल में रैंक करने के लिए अपनी ब्लॉग पोस्ट का On Page SEO और Off Page SEO काफी मैटर करता है लेकिन यहाँ आप अपने ब्लॉग के Technical SEO को भी मिस नही कर सकते है क्योकि जब तक आपके ब्लॉग Technical SEO की समस्या होगी आपकी पोस्ट भी गूगल में रैंक नही होगी इसलिए आपको सभी SEO की जानकारी होनी ही चाहिए।

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8. अपने ब्लॉग को मोबाइल के अनुकूल डिजाइन करे

सिर्फ अपने ब्लॉग को अच्छा डिजाइन देने ही आपके ब्लॉग की रैंकिंग नही पढती है क्योकि डिजाइन तो Reader को आकर्षित करने के लिए बनाई जाती है लेकिन मोबाइल डिवाइस के हिसाब से ब्लॉग को डिजाइन करना आज के समय का सबसे बड़ा गूगल रैंकिंग फैक्टर है।

क्योकि आज के समय में सबसे ज्यादा आपका ब्लॉग मोबाइल से ओपन किया जाता है और मोबाइल से ही पढा जाता है अगर आप मोबाइल के हिसाब से अपने ब्लॉग को डिजाइन नही करते है तो वह मोबाइल में सही ढंग से ओपन नही होगा और उसका लेआउट भी सही ढंग से नही दिखेगा।

इसलिए आपको अपने ब्लॉग को User Friendly बनाने के साथ मोबाइल Friendly भी बनाना होगा जिससे आपका ब्लॉग मोबाइल में सही ढंग से ओपन हो साथ ही डेस्कटॉप पर भी सही ढंग से ओपन और उसका डिजाइन भी सही रहे।

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9. अपने ब्लॉग की Loading Speed को Fast करें

जब से गूगल ने कोर वेब वाइटल लांच किया है तबसे ब्लॉग की Loading Speed भी एक रैंकिंग फैक्टर बन गया है  और आज के समय में वही ब्लॉग टॉप रैंक कर सकता है जिसका Loading Speed अच्छा होगा Fast होगा।

यहाँ लोडिंग स्पीड की समस्या भी मोबाइल पर ही ज्यादा होती है जिसे आपको किसी परिस्थिति में हर हाल में ठीक करना ही होगा अगर आप गूगल के टॉप पोजिशन पर रैंक करना चाहते है।

आम तौर पर Loading Speed की समस्या ज्यादातर WordPress में Theme, Plugin HTML Coding की वजह से आती है और Blogger में प्लेटफार्म की बजह से आती है क्योकि Blogger.com में इतनी सुविधा नही मिलती है जिससे आप अपने ब्लॉग की Loading Speed Fast कर सके।

इसलिए मैं WordPress पर ब्लॉग बनाने का सुझाव देता हूँ यहाँ आपको लॉखो Theme और Plugin मिल जायेगी जिसे आप अपने जरूरत अनुसार Use करके अपने ब्लॉग की Loading Speed बढा सकते है।

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10. अपने ब्लॉग का CTR बढ़ाने पर फोकस करे

ब्लॉग का CTR बढ़ने से भी आपके गूगल की रैंकिंग बढ़ती है यहाँ CTR का मतलब ब्लॉग पोस्ट के लिंक पर कि्लक करने से मतलब जब आपकी पोस्ट गूगल में किसी पोजिशन पर दिखती है उस पोस्ट पर कितने लोग कि्लक करते है वह आपके ब्लॉग का CTR होता है जिसे आपको बढ़ाने की जरूरत है।

वैसे तो जब आपकी पोस्ट टॉप पोजिशन पर रैंक करती है तो आपका CTR भी हाई रहता है और जितना नीचे रैंक करती है CTR भी कम होता है लेकिन यहाँ बहुत से लोग नीचे रैंक करके भी उनके ब्लॉग का CTR बहुत अच्छा होता क्योकि वह अपने पोस्ट को इस हिसाब से बनाते है जिसे देखकर ही लोग कि्लक करने पर विवस होते है।

यहाँ बस आपको अपने ब्लॉग पोस्ट के टाइटल और डिसकृप्शन पर कार्य करने की जरूरत है क्योकि जब आपकी पोस्ट गूगल में रैंक होती है तो सिर्फ यही दो चीजे दिखती है यहाँ आपको ऐसा टाइटल और डिसकृप्शन बनाने की जरूरत है जिसे पढकर लोग कि्लक करने को विवस हो सके।

यहाँ पर CTR बनाने के नाम से बहुत नये ब्लॉगर डरते है कि कही उनका Google Adsense रिजेक्ट ना हो जाये तो आपकी जानकारी के लिए हम ब्लॉग का CTR बढाने की बात कर रहे ना कि Adsense का CTR बढ़ाने की क्योकि यह दोनो चीजे अलग – अलग है।

11. ब्लॉग का Bounce Rate को कम करें

जिस तरह ब्लॉग का CTR बढ़ाना जरूरी है उसी तरह अपने ब्लॉग का Bounce Rate कम करना जरूरी है आप ब्लॉग के CTR के बारे में समझ चुके है अब Bounce Rate की बात करते है यह है क्या और इसे कैसे कम कर सकते है।

जब आपकी पोस्ट गूगल में रैंक होती है वहाँ कोई User कि्लक करके आपके ब्लॉग पर आता है ये जो कि्लक है वो आपका CTR हो जाता है लेकिन वह User आपके ब्लॉग पोस्ट पहुँचकर कितना देर ब्लॉग पोस्ट पढता है वह आपका Bounce Rate काउंट होता है।

उदारहण के लिए कोई User आपके ब्लॉग पोस्ट पर गया और उसे ब्लॉग पोस्ट अच्छा नही लगा तो वह वापस बैंक आ जायेगा जहाँ पर आपके ब्लॉग का Bounce Rate बढेगा लेकिन वह User उस पोस्ट को पूरा पढ़ता है या उसको पढने के बाद दूसरी पोस्ट भी पढता है तो आपका Bounce Rate नही बढेगा।

यहाँ पर आपको यह समझने की जरूरत है वह Reader आपके ब्लॉग पर आकर वापस क्यो गया उसे क्या अच्छा नही लगा उस चीज को आपको Find करके सही करना होगा तभी आपके ब्लॉग का Bounce Rate सही रहेगा।

अब इन सब चीजो की जानकारी आपको Google Analytics में मिलेगी कि Reader आपके ब्लॉग से वापस क्यो जा रहे है वह कितना पोस्ट पढ़ रहे जिसे मेजर करके आप सही कर सकते है।

12. ब्लॉग पोस्ट को Rich Results के लिए तैयार करें

यहाँ पर Rich Results का मतलब अमीरी या गरीबी से नही है बल्कि Rich Results SEO का एक Hidden Technique जिसके आधार पर आप अपनी पोस्ट को टॉप पोजिशन पर रैंक करने के लिए तैयार करते है जिससे गूगल को यह पता चलता है यह पोस्ट सभी पोस्ट से खास है और वह उसे टॉप पोजिशन पर रैंक करता है।

अगर हम यही चीज आसान भाषा में समझे तो अपनी पोस्ट को इस तरह से बनाना है जिससे गूगल आपकी पोस्ट बेहतर ढंग से समझ सके क्योकि गूगल कोई Text नही पढ़ता है उसे बस ब्लॉग के पिछे की कोडिंग समझ में आती है और जब आप कुछ विषेश करके ये Coding को और बेहतर बना देते है कि गूगल तुरंत समझ जाये तो आपके टॉप रैंक करने के चांस बढ जाते है।

जिसके लिए आजकल Schema Markup का Use किया जाता है जिसमें External Schema Markup, Faqs Schema, How to Schema, Table Schema तथा Review आदि Schema Markup Use किया जाता है जिसका आपको भी अपने ब्लॉग पोस्ट में करना होगा।

क्योकि यह Schema Markup आपकी पोस्ट को गूगल के सामने ज्यादा व्यवस्थित ढंग से दिखाते है और सर्च रिजल्ट में भी दिखाता है जिससे User आपके ब्लॉग पोस्ट पर ज्यादा आते है उदारहण के लिए इस पोस्ट में कुछ Faqs Schema Add किया गया है जो सर्च रिजल्ट में इस तरह दिखाता है।

इससे आपकी रैंकिंग बढती है साथ यह Faqs Schema का कीवर्ड भी गूगल में रैंक करता है यह User को एक प्रोफेशनल ब्लॉग दिखाता है जो गूगल रैंकिंग पेज पर भी ज्यादा जगह लेकर रैंक करता है।

गूगल रैंकिंग में आप आज के समय में बैंकलिंक को भी नजर अंदाज नही कर सकते है क्योकि बैंकलिंक वो चीज है जिससे आपको डायरेक्ट ट्राफिक तो मिलता ही है साथ आपके पोस्ट के लिए रैंकिंग में भी बहुत हेल्प करता है यहाँ आप काफी हद तक अपनी पोस्ट को बैकलिंक के Base पर गूगल में रैंक करा सकते है।

लेकिन बैंकलिंक का आपको ज्यादा फायदा तब मिलता है जब कंटेंट बेहतर हो और आपको उस के हिसाब बैंकलिंक मिले वो भी अच्छी साइट से मिले जिस साइट पर ट्रॉफिक होने का साथ उस साइट का Da Pa भी अच्छा हो मतलब गूगल की नजर में उस साइट की अच्छी अथोरिटी होनी चाहिए।

बैंकलिंक अच्छी मिलती है तो आपको फायदा होता है लेकिन एक खराब बैंकलिंक से आपको नुकासान भी होता है इसलिए आपको सोच समझकर Quality Backlinks बनाना चाहिए एक बैंकलिंक आपकी पोस्ट के लिए पर्याप्त है अगर वह अच्छी साइट से मिलती है बाकि तो हजारो बैंकलिंक भी किसी काम की नही है अगर वह अच्छी साइट से नही है।

बैकलिंक बनाने के लिए आप पैसे से बैकलिंक खरीद सकते है, गेस्ट पोस्ट करके बैंकलिंक बना सकते है या कंप्रोमाइट करके बैंकलिंक का आदान – प्रदान कर सकते है लेकिन जो भी बैकलिंक बनाना है वह क्वालिटी बैकलिंक बनाना है।

14. Article को Social Media पर शेयर करें

अपनी ब्लॉग पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर करने से भी आपके साइट की रैंकिग पढती है क्योकि जब आप अपनी पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर करते है वहाँ से बहुत से रीडर उस लिंक पर कि्लक करके आपके ब्लॉग पर आते है और आपकी पोस्ट पढ़ते है जिससे उस पोस्ट की रैंकिंग बढ़ती है।

जब आप एक नये Blogger होते है या आपका ब्लॉग नया होता है तब आप कितना भी अच्छा पोस्ट क्यो ना लिखे आपकी पोस्ट रैंक नही होती है और ना ही उस पोस्ट पर कोई ट्राफिक आता है ऐसे में आप उस पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते है जिससे आपके उस पोस्ट पर डायरेक्ट ट्राफिक आयेगा जिससे आपकी वह पोस्ट भी गूगल में रैंक होने लगेगी।

लेकिन इसके लिए भी आपको अपनी पोस्ट ऐसे सोशल मीडिया पर शेयर करना होगा जहाँ पर कुछ इच्छे फॉलोवर्स हो और वह फॉलोवर्स आपके लिंक पर कि्लक करके आपके पोस्ट पर आये अगर आप ऐसे सोशल मीडिया पर शेयर करेंगे जहाँ कोई फॉलोवर्स ही नही है तो आपको पोस्ट शेयर करने का कोई विषेश फायदा नही मिलेगा।

यहाँ आप Facebook, WhatsApp, Linkedin, Twitter किसी सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट शेयर कर सकते जहाँ पर कुछ अच्छे फॉलोवर्स हो।

15. नियमित रूप से पोस्ट लिखें पोस्ट पब्लिश करने का समय फिक्स करे

जब आप अपने ब्लॉग पर नियमित रूप से पोस्ट लिखते है तो इससे भी आपके पोस्ट की रैंकिंग बढ़ती है क्योकि नियमित पोस्ट करने से Reader आपके ब्लॉग को डेली विजित करते है यहाँ पर कुछ लोग डायरेक्ट भी आपके ब्लॉग पर पोस्ट पढ़ते है।

लेकिन इसके लिए आपको नियमित पोस्ट लिखने की जरूरत है और किसी फिक्स टाइम पर उस पोस्ट को पब्लिश करने की जरूरत है तभी लोग धीरे – धीरे आपके टाइम टेबल समझ पायेंगे और उसी समय आपके ब्लॉग पर आकर पोस्ट पढ़ पायेंगे।

यहाँ अगर आप डेली पोस्ट नही लिख सकते है तो एक दिन, दो दिन गैप देकर भी लिख सकते है लेकिन वह टाइम फिक्स होना चाहिए कि आप पोस्ट कितने समय पर पब्लिश करते है तभी Reader को आपके टाइम का पता चल पायेगा।

दोस्तो यहाँ नियमित रूप से पोस्ट करने से Reader को पता रहता है कि पोस्ट पब्लिश हो चुकी है साथ गूगल को भी एक विश्वाश होता है कि आप अपने ब्लॉग को लेकर नियमित रूप से काम कर सकते है जिससे गूगल भी आपकी रैंकिग को बेहतर करता है।

16. अपनी ब्लॉग पोस्ट को अपडेट करे

एक नई ब्लॉग पोस्ट लिखने से भी कही ज्यादा जरूरी है अपनी पोस्ट को अपडेट करना क्योकि यहाँ आप जो कुछ भी पोस्ट में जानकारी देते है वह समय के हिसाब पुरानी हो जाती है जिसे आपको अपडेट करने की जरूरत होती है नही तो वह आपकी पोस्ट गूगल में रैंक नही होगी या फिर रैंक पोस्ट भी डिरैंक हो जायेगी।

यहाँ सभी पोस्ट आपको अपडेट करने की जरूरत नही है क्योकि गूगल कुछ कीवर्ड पर फ्रेस कंटेंट रैंक करता है और कुछ कीवर्ड पर पुराने पोस्ट रैंक करता है इसलिए आपको वही पोस्ट अपडेट करना है जिसे अपडेट करने की जरूरत हो।

उदाहरण के एक कीवर्ड है Blog Kaise Banaye और दूसरा है SEO Kaise Kare तो पहले कीवर्ड को ज्यादा अपडेट करने की जरूरत नही है जबकि दूसरे को आपको अपडेट करने की जरूरत होगी।

क्योकि Blog बनाने का तरीका जो आज है वो कल भी रहेगा इसमें कुछ भी चेंज होने की संभावना कम है लेकिन ब्लॉग का SEO हर रोज बदलता है और आप हर रोज कुछ नया SEO सीखते है तो इस पोस्ट को अपडेट करने की जरूरत होगी।

ये मैने कुछ आसान सा उदाहरण दिया है जिसका ये मतलब नही कि आप Blog बनाने की पोस्ट लिखे है तो उसे कभी अपडेट ही ना करे जरूरत होने पर इसे भी अपडेट करना होगा ऐसे ही बहुत से कीवर्ड पर आप ब्लॉग लिखे होगे जिसे आपको जरूरत के हिसाब से अपडेट करना है तभी आप गूगल के टॉप 1 नंबर पर रैंक कर सकते है।

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17. ब्लॉगर पर Push Notification का उपयोग करे

यह Push Notification भी आपकी गूगल रैंकिंग में काफी हेल्प कर सकता है क्योकि Push Notification से आपके Reader को आपके पोस्ट पब्लिश होने का Notification मिलता है साथ ही यह भी पता चलता है कि आपके किस बारे में पोस्ट पब्लिश किया है जिससे तुरंत Reader आपके ब्लॉग पर आकर आपकी New Post पढ़ते है जिससे आपकी नई पोस्ट भी गूगल में टॉप रैंक करती है।

यह Push Notification Youtube Channel के शब्सक्राइब जैसा होता है जहाँ से आपके ब्लॉग रीडर आपके ब्लॉग को सब्शक्राइब करते है और जिससे उन्हे New Post या पुरानी पोस्ट सभी का नोटिफिकेशन मिलता है जिस पोस्ट का आप नोटिफिकेशन भेजते है।

FAQs: Blog Ko Rank Kaise Karaye

क्या मैं ब्लॉगस्पॉट ब्लॉग को गूगल में रैंक कर सकता हूं?

जी हाँ कर सकते है और 100% कर सकते है लेकिन Blogspot में आपको वह सुविधा नही मिलेगी जो WordPress में मिलती है जिससे ब्लॉगिंग करने का कार्य आपका आसान रहता है।

मैं अपने ब्लॉग की Ranking चेक कैसे कर सकता हूँ?

ब्लॉग की रैककिंग चेक करने के लिए आप अपने ब्लॉग पोस्ट के कीवर्ड को गूगल में सर्च करके देख सकते है आपकी पोस्ट कितने नंबर पर रैंक हो रही है।

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निष्कर्ष – ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कैसे करे

तो दोस्तो यह थी कुछ जानकारी ब्लॉग को गूगल में रैंक कराने के बारे में जिसमें हमने 17 तरीके बताया है जिसको फॉलोकर आप अपनी पोस्ट को टॉप 1 नंबर पर रैंक करा सकते है वैसे यह 17 तरीके ही रैंकिंग के लिए पर्याप्त नही है लेकिन मैने वह 17 तरीके बताया बै जो गूगल रैकिंग के लिए विषेश जरूरी है।

आशा करता हूँ ये जानकारी Blog Post Ko Google Me Rank Kaise Kare आपके लिए उपयोगी रही होगी जिसमें आपको गूगल रैंकिंग के बारे में काफी कुछ सीखने को मिला होगा ये जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट में लिख सकते है और कोई समस्या या सुधाव है तो वह लिख सकते है साथ ही इस पोस्ट को अपने दोस्तो के साथ शेयर भी कर सकते है।

मेरा नाम मनोज कुमार है, मैं इस ब्लॉग का लेखक और संस्थापक हूं और इस वेबसाइट के माध्यम से "ब्लागिंग, टेक्नोलॉजी" से संबंधित सभी जानकारी साझा करता हूं जिसमें आपको बिलकुल सही जानकारी दी जाती है

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