दोस्तो आज हम Blog/Website के On Page SEO के बारे जानकारी देंगे कि On Page SEO क्या है Best 10 Techniques in Hindi के तरीके जिसमें मैं आपको On Page SEO कैसे करे, क्यो करे इसके फायदे, नुकसान की पूरी जानकारी विस्तार से देने वाला हूँ।
दोस्तो अगर आप एक ब्लॉगर है तो आपको पता होगा SEO क्या होता है और यह ब्लॉग/वेबसाइट की रैंकिंग के लिए कितना जरूरी है जिसको आप आसान भाषा में समझे कि Seo किसी ब्लॉगर का सबसे बड़ा हथियार है अपनी ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कराने का।
Seo में भी कई तरह के SEO होते है जैसे कि On Page SEO, Off Page SEO और Technical SEO वैसे ये सभी Seo ब्लॉग पोस्ट की रैकिंग के लिए जरूरी ही है लेकिन इन सभी Seo का अलग – अलग कार्य होता है जो अलग – अलग तरीके से किये भी जाते है।
लेकिन आज की पोस्ट में हम सिर्फ On Page SEO क्या है के बारे में बात करेंगे कि On Page SEO कैसे किया जाता है, क्यो किया जाता है यह ब्लॉग पोस्ट की रैकिंग में कैसे हेल्प करता है और क्या इसके बिना हमारी ब्लॉग पोस्ट गूगल में रैंक नही कर सकती है।
वैसे तो आप Seo को आप आसान भाषा में सेटिंग के नाम से जान सकते है और On Page SEO Blog/Website के अंदर की जानी वाली एक तरह की सेटिंग होती है जिसे हम On Page Seo के नाम से जानते है।
जिसमें Blog की Loading स्पीड से लेकर ब्लॉग पोस्ट लिखने के तरीके, उसमें Video और Image Add करने जैसे बहुत से कार्य ऑन पेज एसईओ में आते है जो गूगल की रैंकिग के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
इन सभी चीजो को आपने सही कर लिया तो आपका On Page Seo पूरा हो जाता है और आपके गूगल में रैंक करने के 70% चांस बढ जाते है क्योकि ऑन पेज एसईओ ज्यादातर आपके ब्लॉग पोस्ट की सेटिंग होती है अब जाहिर सी बात की आपके ब्लॉग पोस्ट की जितनी अच्छी सेटिंग होगी वो उतना ही गूगल में बेहतर पोजिशन पर रैंक करेगी।
क्योकि यहाँ पर गूगल का कुछ Algorithm है जो आपकी ब्लॉग पोस्ट के Seo को चेक करता है फिर User के उस पोस्ट पर व्योहार के ऊपर आपको गूगल में रैकिंग मिलती है।
तो आइए सबसे पहले हम जानते है On Page SEO क्या होता है मलतब What is On Page SEO in Hindi फिर हम ऑन पेज एसईओ कैसे करे के तरीके जानेंगे।
On Page SEO क्या है?
On Page SEO अपने ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कराने का एक बेहतर विकल्प है जिसका मतलब है कि Individual Web Pages में सुधार करना मतलब उसे और अच्छा बनाना जो User को पढ़ने में आसानी हो, गूगल को समझने में आसानी हो तभी तो गूगल आपकी पोस्ट को गूगल में बेहतर पोजिशन पर रैंक कर पायेगा।
यहाँ पर आप On Page SEO को आसान भाषा में Blog/Website के अंदर की सेटिंग समझ सकते है जिसमें Blog की Loading Speed से लेकर ब्लॉग पोस्ट के Title Tag, Heading Tags, पोस्ट में कोई लिंक Add करना, Images Add करना या ब्लॉग पोस्ट की कोई भी सेटिंग हो सब On Page SEO कहलाता है।
इस On Page SEO में आपको अपने Blog के Internal चीज़ो ठीक करना होता है जो एक तरह से ब्लॉग पोस्ट की एक सेटिंग होती है जितना अच्छा आपके ब्लॉग और ब्लॉग पोस्ट की सेटिंग होती है उतना ही आपके पोस्ट गूगल में बेहतर पोजिशन पर रैंक करते है।
वैसे तो गूगल में रैंकिग के न जाने कितने 200 से ज्यादा फैक्टर है जिसमें Off Page SEO और Technical SEO के साथ कई तरह के Seo होते है लेकिन उन सभी में On Page SEO सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
जिसमें आप अपने ब्लॉग की कमियो को दूर करते है और जाहिर सी बात है जब आपके ब्लॉग में कोई कमी नही होगी तो आपकी पोस्ट गूगल में अच्छी पोजिशन पर रैंक करेगी।
क्योकि गूगल यहाँ अपने Algorithm से Blog के Seo के चेक करता है कि Website Honer गूगल के बनाये Algorithm को फॉलो कर रहा है या नही अगर आप गूगल के बनाये नियम को फॉलो नही करते है तो गूगल अपकी रैंकिग को डॉउन कर देता है।
तो इस तरह आप समझ गये होगे कि On Page SEO क्या होता है यह कैसे काम करता है और इससे ब्लॉग पोस्ट की रैंकिग पर कितना इफेक्ट पड़ता है तो आइए अब On Page SEO समझने से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण Terms के बारे में जानते है कि यह कितना महत्वपूर्ण है।
On-Page SEO से जुड़े महत्वपूर्ण Terms कौन – से है?
आप On Page Seo के बारे में पूरी जानकारी चाहते है तो Basic से समझना होगा कि ऑन पेज एसईओ क्या होता है (What is On Page SEO in Hindi) और यह कैसे काम करता है।
तो आइए सबसे पहले On Page Seo के कुछ Important Terms जानते है कि SEO के Technical Terms क्या है फिर हम ऑन पेज एसईओ कैसे करे के तरीके जानेगे।
1. Search Engine Result Page
जब आप गूगल पर कुछ भी प्रश्न (Keyword) सर्च करते है आपके सामने बहुत Blog/Website नजर आती है जहाँ आपको पहले पेज पर 7 से 10 Blog/Website नजर आती है और बाकी के दूसरे पेज पर दिखाई देती है जहाँ अनलिमिटेड पेज होते है और उसमें अनलिमिटेड ब्लॉग/Website होती है।
यहाँ पर आप पहले पेज पर आते है तो Search Engine Result Page कहते है जहाँ पर सबसे ज्यादा ट्रॉफिक आपके ब्लॉग/वेबसाइट पर गूगल से मिलता है लेकिन पहले पेज पर आना इतना सरल नही है इसके लिए आपको बेहतर On Page SEO के साथ कई तरह के Seo की जरूरत होगी।
2. Algorithm
Algorithm गूगल के द्वारा बनाया गया एक नियम है जिसे Set of Rules कहते है जिन नियमो को फॉलो करके आप अपने ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक करते है इसी को हम Ranking Factors के नाम से भी जानते है।
जिन नियमो, Rules, Factors को आप फॉलो करके अपनी ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कराते है वही Google के Algorithm कहलाते है जिसे आप Seo करना कहते है चाहे वह On Page Seo हो या कोई भी Seo हो।
3. Web Pages
Web Pages का मतलब Blog के पेज से है आपके ब्लॉग में जितनी भी ब्लॉग पोस्ट होती है वह एक Web Page ही होता है इसके अलावा भी ब्लॉग में जो कुछ भी है वह एक Web Page ही होता है।
4. Optimize/Optimization
Optimize / Optimization का अर्थ या मतलब सुधार करने से है अपने ब्लॉग में आप जो कुछ भी कमियो का सुधार करते है वह Optimize / Optimization कहलाता है जो SEO के Factors के अनुसार अपने Web Pages का सुधार करना होता है।
5. Spider
Spider गूगल का एक Reader होता है जो आपके ब्लॉग पर पोस्ट किये जाने वाले ब्लॉग पोस्ट को Read करता है जिससे गूगल आपकी ब्लॉग पोस्ट समझ पाता है कि यह ब्लॉग पोस्ट किस टॉपिक के बारे में है और उसे कहाँ रैंक करना है।
6. Search Engine
Search Engine एक तरह का बस एक Software है जो आपके सर्च किये गये Question का कुछ सेकेंड में रिजल्ट सो करता है जैसे Google एक Search Engine है और इसके जैसे कई और भी सर्च इंजन है जहाँ आप कुछ भी Query सर्च करके अपना उत्तर पा सकते है।
7. SEO Factors
SEO Factors का मतलब Search Engine Optimization अर्थात Seo से है जहाँ आप Seo का आसान भाषा में मतलब सेटिंग समझ चुके है अपने ब्लॉग के लिए आप जो कुछ भी Seo करते है वह एक तरह से SEO Factors होते है जिसके आधार पर आपकी पोस्ट गूगल में रैंक करती है।
इस तरह आप On Page SEO के कुछ महत्वपूर्ण Terms के बारे में समझ चुके है आइए अब जानते है On Page SEO और Off Page SEO में क्या अंतर है।
On Page SEO और Off Page SEO में क्या अंतर है?
On Page SEO और Off Page SEO दोनो ही आपनी ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक कराने के लिए जरूरी है लेकिन इन दोनो में बहुत बड़ा अंतर है क्योकि इन दोनो को ही करने का तरीका बिल्कुल अलग – अलग है और यह रैंकिग के लिए भी अलग – अलग तरह से कार्य करता है।
1. On Page SEO
On Page SEO में आप अपने ब्लॉग के अंदर का Seo करते है जहाँ आप अपने Pages में सुधार करते है, अपने ब्लॉग की Loading Speed सही करते है, Image और Video को ओप्टिमाइज करते है जोकि सारा काम ब्लॉग के अंदर होता है जो On Page SEO कहलाता है।
2. Off Page SEO
Off Page SEO में आप अपने ब्लॉग के लिए बाहर से Seo करते है जैसे अपने ब्लॉग को Google Search Console में सबमीट करना, कोई प्रोफाइल बैकलिंक बनाना, किसी दूसरी साइट से अपने ब्लॉग पर बैकलिंक बनाना अपने ब्लॉग को बेहतर रैकिंग देने के लिए आप ब्लॉग के बाहर से जो गतिविधिया करते वह Off Page SEO कहलाता है।
Off Page SEO में जब आप किसी साइट से backlink प्राप्त करते है इस बैकलिंक से अपके के वजह से आपके ब्लॉग की Authority बढ़ती है जो रैंकिग के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
अगर आप नही जानते है कि बैकलिंक क्या होती है और कैसे बनाई जाती है तो इसके लिए आप यह पोस्ट High Quality Backlinks Kaise Banaye पढ़ सकते है जिसमें सभी प्रकार की बैकलिंक बनाने के तरीके बताये गये है।
आसान भाषा में आप On Page SEO और OFF Page SEO में ये अंतर समझ लिजिए कि Blog के अंदर जो कुछ भी Seo करते है वह On Page SEO है और ब्लॉग के बाहर से आप जो कुछ भी Seo करते है वह OFF Page SEO है।
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On Page SEO कैसे करे?
दोस्तो यहाँ तक आप बेहतर समझ चुके है कि On Page SEO क्या होता है जिसमें आपको अपने ब्लॉग और ब्लॉग पोस्ट का सेटिंग करना होता है तो आइए जानते है एक – एक करके सभी सेटिंग के बारे में जिसको आप On Page SEO करना कहते है।
1. Keyword Research करे
दोस्तो जब आप ब्लॉग पोस्ट लिखना शुरू करते है उससे पहले आपको एक कीवर्ड रिसर्च करना होता है जिस कीवर्ड पर आप पूरा ब्लॉग पोस्ट लिखेगे जहाँ आपको रिसर्च किये गये कीवर्ड को टारगेट करके ब्लॉग पोस्ट लिखना होता है जो On Page SEO करने का पहला स्टेप होता है।
यहाँ पर आप कीवर्ड रिसर्च के जरिए उस कीवर्ड की सर्च वैल्यूम, उसका कंपटीशन के अलावा भी बहुत कुछ जान सकते है जिसके बाद आप बेहतर से बेहतर ब्लॉग पोस्ट लिख सकते है जो आसानी से गूगल में रैंक कर सकती है।
यहाँ पर एक ही कीवर्ड को लोग कही तरीके से सर्च करते है जैसे – On Page SEO कैसे करे एक कीवर्ड है जिसको गूगल में लोग कई तरह से सर्च करते है On Page SEO Kaise kare तो कोई करता है On Page SEO course in Hindi तो कोई करता है On Page SEO in Hindi जोकि यह सब एक ही चीज ऑन पेज एसईओ के बारे में ही है।
इसी तरह आप कीवर्ड रिसर्च के जरिए इन सभी कीवर्ड को आप जान सकते है और उसे आप अपने ब्लॉग पोस्ट में शामिल कर सकते है जिससे आपकी एक पोस्ट कई कीवर्ड पर रैंक करती है जहाँ से आपको ज्यादा ट्रॉफिक मिलता है।
कीवर्ड रिसर्च की ज्यादा जानकारी के लिए आप यह पोस्ट फ्री में Keyword Research कैसे करे पढ़ सकते है जिसमें कुछ फ्री कीवर्ड रिसर्च टूल के साथ कुछ Paid टूल से कीवर्ड रिसर्च के तरीके बताए गये है जिससे आप ज्यादा बेहतर कीवर्ड रिसर्च कर सकते है।
2. Title Tags अच्छा बनाये
Title Tag On Page SEO का एक मेजर पार्ट है जो आपकी ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक करने और अपने ब्लॉग पर ट्रॉफिक प्राप्त करने में काफी हेल्प करता है क्योकि Title Tag आपका कीवर्ड होता है जो ब्लॉग पोस्ट को रैकिंग में हेल्प करता है।
और जब कोई User गूगल में कुछ भी सर्च करता है रिजल्ट में यह Title Tag ही दिखाई देता है जिसे पढ़कर User उस Title Tag पर कि्लक करके आपके ब्लॉग पर आता है इसी लिए आपके ब्लॉग पोस्ट का Title Tag On Page SEO के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।
Seo के हिसाब से आपको अपने टाइटल में कीवर्ड लिखना चाहिए जिस कीवर्ड पर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट को रैंक कराना चाहते है क्योकि Keyword वो Terms है जो कुछ ही Words में आपके पुरे Content के बारे में जानकरी देता है कि पूरे ब्लॉग पोस्ट में किस चीज के बारे में बताया गया है।
यहाँ पर अपने टाइटल टैग में कीवर्ड Use करने के साथ कुछ पावर वर्ड Use करना करना होगा जिससे आपका Title Tag थोड़ा Attractive लगे जिसे पढ़कर User उसपर कि्लक करने को मजबूर हो सके और आपके ब्लॉग पर आकर पूरी ब्लॉग पोस्ट पढ़े।
इसी लिए On Page SEO में Title Tag को काफी अहमित दी जाती है जहाँ आपको टाइटल पर बिषेश ध्यान देने की जरूरत है।
3. Headings Tags सही लगाये
आपके ब्लॉग पोस्ट Headings भी On Page SEO का एक महत्वपूर्ण भाग है जो आपकी ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक करने में काफी मदद करता है इसलिए आपको अपने ब्लॉग पोस्ट की हेडिंग भी काफी सोच समझ कर लिखना चाहिए।
क्योकि यह रैंकिंग के लिए जरूरी तो है ही साथ ही User को आपकी ब्लॉग पोस्ट पर बनाये रखने में भी मदद करता है अगर आपकी हेडिंग सही है तो User सिर्फ हेडिंग देखकर ही आपकी ब्लॉग पोस्ट से रिटर्न हो जाता है जिससे आपका बाउंस रेट बढ़ता है और आपकी पोस्ट डिरैंक भी हो सकती है।
हेडिंग में आपके ज्यादातर कीवर्ड होते है जिन कीवर्ड पर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट को रैंक करना चाहते है यहाँ पर आपको कुछ Main Keywords के साथ कुछ Targeted Keyword और Keywords Phrase का उपयोग करना चाहिए जिससे आपकी लिखी पोस्ट User को बेहतर समझ में आ सके।
यहाँ पर आपको हेडिंग देते समय भी ध्यान देना है कि यहाँ पर 6 हेडिंग देने का ऑप्शन होता है जैसे हेडिंग 1, 2, …6 तक जहाँ आपके ब्लॉग पोस्ट का टाइटल हेडिंग 1 होता है और आपको पोस्ट के अंदर हेडिंग 1 Use नही करना है।
आप हेडिंग 2 से हेडिंग 6 तक User कर सकते है जिसमें हेडिंग 2 में Main topic होता है तो इसका Sub topic हेडिंग 3 आयेगा इसी तरह आपको सभी हेडिंग Use करना है ये जरूरी नही कि आप 6 हेडिंग पूरा अपने ब्लॉग पोस्ट में Use करे जब किसी हेडिंग के Main topic में Sub topic बनता हो तभी आप अपनी हेडिंग Use कर सकते है वरना आप 2 से 3 हेडिंग में ही अपनी ब्लॉग पोस्ट पूरी कर सकते है।
यहाँ पर आपको ज्यादा आल्तू – फाल्तू हेडिंग नही बनाना है क्योकि जब User Google में सर्च करके आपकी ब्लॉग पोस्ट पर आता है तो Table Of Contant में सबसे पहले आपकी हेडिंग ही देखता है कि इस पोस्ट में आपने कौन – कौन से टॉपिक पर जानकारी दी इसी लिए On Page SEO कैसे करे में हेडिंग की अहम भूमिका होती है।
4. URL Structure सही बनाये
किसी ब्लॉग पोस्ट के URL को आप देखकर ये समझ सकते है उस पोस्ट का On Page SEO कितना अच्छा है वैसे Url का ब्लॉग पोस्ट रैंकिंग के लिए एक अहम रोल होता है खास करके तब जब कीवर्ड ज्यादा कंपटीशन वाला हो।
तब आपको एक बेहतर Url की जरूरत होगी जो आपकी पोस्ट को टॉप पर रैंक करा सकते है ब्लॉगिंग विषेशज्ञो का यही मानना होता है कि आपको अपने Url में ब्लॉग पोस्ट का मेन कीवर्ड देना चाहिए जो सही URL Structure माना जाता है।
लेकिन यहाँ पर कही सवाल हो सकते है जैसे मैं एक हिंदी ब्लॉगर हूँ मेरे सभी कीवर्ड हिंदी में होते है तो क्या URL भी हिंदी में बनेगा या एक ही पोस्ट में दो कीवर्ड टारगेट किया जाता है तब कौन से कीवर्ड को URL बनाना चाहिए।
तो दोस्तो चाहे आप हिंदी में पोस्ट लिखे या English में लेकिन आपको URL English शब्दो में ही लिखना चाहिए क्योकि जब आप हिंदी शब्द को Url बनाते है तो वह हिंदी में रहता ही नही है वह इस तरह का %5%84% एक बहुत बड़ा Url बन जाता है जो बिल्कुल सही नही है।
चाहे भले ही इस हिंदी Url पर आपकी पोस्ट टॉप पर रैंक भी कर जाये तब भी ये Url सही नही है क्योकि जब आप इस लिंक को किसी को शेयर करते है या किसी को बताते है तो इतना लम्बा url किसी को याद नही रहेगा और जहाँ शेयर करेंगे वहाँ दिखने भी अच्छा नही दिखेगा
जहाँ तक एक पोस्ट में दो कीवर्ड को टारगेट करने का सवाल है आप एक ही कीवर्ड को Url में रख सकते है जो ज्यादा महत्वपूर्ण हो जैसे मैं इस पोस्ट में On Page SEO क्या है और On Page SEO दोनो को टारगेट करूंगा तो मेरा Url कुछ इस तरह का होगा https://blogginga2z.in/on-page-seo-kya-hai/
जोकि एक सही URL है रैंकिंग के लिए भी और दिखने में भी सही है और यह Url पढ़कर कोई याद भी रख सकता है इसी तरह आपको अपने पोस्ट का URL बनाना चाहिए हाँ यहाँ Free के Blogger पर ब्लॉगिंग करने वाले ऐसा Url नही बना सकते है।
क्योकि उनके Url में Date आता है और लास्ट में html आता है जो ब्लॉगर की तरफ यह सभी URl में रहता ही है जिससे कोई दिक्कत भी नही।
5. Keyword Density सही रखे
Keyword Density को लेकर सभी ब्लॉगर का अपना – अपना निर्णय होता है कोई कहता है कि आधा % Use करना चाहिए तो कुछ लोग 1 से 2% Use करते है तो कुछ लोग कहते है 3% Use करना चाहिए इससे ज्यादा नही।
यहाँ पर Keyword Density का मतलब ब्लॉग पोस्ट में आप अपने फोकस कीवर्ड को कितनी बार Use करते है Keyword Density कहलाता है जो आपकी ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक करने में हेल्फ करता है।
अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट बेहतर On Page SEO करना चाहते है और अपनी पोस्ट को टॉप पर रैंक कराना चाहते है आपको Keyword Density आधा % ही रखना चाहिए फिर आप जरूरत के हिसाब से पोस्ट रैंक नही होती है तो Keyword Density को बढ़ाया जा सकता है जो 3% से ज्यादा कभी नही होना चाहिए।
उदाहरण के लिए अगर आप 1000 Word की ब्लॉग पोस्ट लिखते है तो आधा % के हिसाब से 5 बार Use कर सकते है लेकिन 3% के हिसाब से 30 Use कर सकते है जोकि बहुत ज्यादा इतना आपको कभी नही जाना है मेरी माने तो तो आपको आधा % से 1% के बीच में रखना चाहिए।
6. Images में Alt Tag Use करे
आप जो कुछ भी ब्लॉग पोस्ट में Images Add करते हा Alt Tag लगना भी On Page SEO कैसे करे का एक पार्ट है क्योकि इसी Alt Tag की बदौलत आपकी Images भी गूगल में रैंक होती है अगर आप Images में Alt Tag नही लगाते है तो आपकी Images गूगल में रैंक नही होगी।
जो ब्लॉग पोस्ट आप लिखते है और अपने ब्लॉग पर पोस्ट करते है वह गूगल में Index होता है जहाँ गूगल के Spider सबसे पहले आपके ब्लॉग को पढ़ते है कि यह ब्लॉग किस विषय में है फिर वह आपकी पोस्ट को गूगल में रैंक करते है।
लेकिन यहाँ गूगल के Spider सिर्फ Text को पढ़ सकते है Images को नही इसीलिए हम Images में Text के माध्यम में Alt Tag लगाते है जिसको पढ़कर गूगल के Spider समझ जाते है कि यह Images किस बारे में है और उसको भी गूगल में रैंक करते है।
यहाँ Alt Tag के रूप में आपको अपने ब्लॉग पोस्ट का मेन कीवर्ड देना होता है जिस कीवर्ड पर आप ब्लॉग पोस्ट लिख रहे, Image Seo की ज्यादा जानकारी के लिए आप यह पोस्ट इमेज SEO क्या है, कैसे करें पढ़ सकते है जिसमें ALT Tag लगाने Image का Seo करने की पूरी जानकारी दी गयी है।
7. Meta Description सही से लिखे
टाइटल टैग की तरह ही इस Meta Description का भी On Page SEO में काफी महत्वपूर्ण योगदान है जो आपकी ब्लॉग पोस्ट को गूगल में रैंक करने के साथ User को आकर्षित करके अपने ब्लॉग पर लाने का कार्य करता है।
यहां पर Meta Description दो तरह के होते है पहला आपके ब्लॉग का Meta Description जो आप अपने Theme के Html Coding में Add. करते है और दूसरा जो आप सभी ब्लॉग पोस्ट में पोस्ट का Meta Description Add करते है।
यह दोनो ही Meta Description गूगल के सर्च रिजल्ट में दिखाता है जब आप किसी ब्लॉग का नाम सर्च करते है ब्लॉग का Meta Description दिखता है लेकिन जब आपकी पोस्ट सर्च होती है तब पोस्ट का Meta Description दिखता है।
यह दो लाइन का Meta Description आपकी पोस्ट आपकी ब्लॉग पोस्ट के बारे में User को बहुत कुछ बताता है जिससे User यह डिसाइट करता है कि वह आपके लिंक कि्लक करके आपके ब्लॉग पर आये या ना आये।
क्योकि यह आपके ब्लॉग पोस्ट की एक छोटी सी समरी होती है जो User को यह बता देता है कि इस ब्लॉग पोस्ट में क्या जानकारी दी गयी है इसी आपको Meta Description में मेन कीवर्ड के साथ अपने ब्लॉग पोस्ट की कुछ महत्वपूर्ण हेडिंग Add करना चाहिए जिसे पढ़कर User आपके ब्लॉग पर आने को मजबूर हो सके।
8. Blog की Loading Speed Fast रखे
आज के समय में आपकी ब्लॉग की Loading Speed अच्छा होना गूगल की रैकिंग के लिए काफी जरूरी है आज कल गूगल में वही ब्लॉग रैंक करते है जिनके ब्लॉग की लोडिंग स्पीड अच्छी है तो आपको भी अपने ब्लॉग की स्पीड पर ध्यान देना चाहिए।
गूगल के नियम अनुसार आपके ब्लॉग की Loading Speed 3 सेकेण्ड से कम होना चाहिए अगर इससे ध्यादा आपकी Loading Speed आती है तो आपको Loading Speed में सुधार करने की जरूरत है तभी आप अपनी पोस्ट को अच्छी पोजिशन पर रैंक कर सकते है।
अगर आपके ब्लॉग की लोडिंग स्पीड अच्छी नही है तो आपको गूगल सर्च कंसोल में बहुत सारे Error Page Experience में देखने को मिलेगा जिसे देखने और सही करने की पूरी जानकारी आपको इस पोस्ट Page Experience क्या है इसे कैसे सही करे? में मिल जायेगी।
WordPress Blog में Loading Speed सही करने के लिए आपको बहुत से प्लॉगिन मिल जायेगे जैसे – Smush Plugin, WP Rocket Plugin और भी कई प्लॉगिंन है जो आपके ब्लॉग की स्पीड अच्छी कर सकते है।
लेकिन स्पीड को लेकर ज्यादातर वही लोग परेशान रहते है जिनके ब्लॉग की Hosting अच्छी नही है तो अगर आप एक चीप होस्टिंग Use कर रहे है तो सबसे पहले होस्टिंग चेंज कीजिए फिर कोई प्लॉगिंन का Use करे।
अगर आपका ब्लॉग फ्री के ब्लॉगर पर बना है और लोडिंग स्पीड कम है तो आपको अपने ब्लॉग को ओप्टिमाइज करने की जरूरत है खास करके Html Coding या फिर इस ब्लॉग को WOrdpress पर Move कर सकते है जो आपके लिए ज्यादा बेस्ट रहेगा।
9. Content Duplicacy से बचे
ब्लॉगिंग में Content को King कहा गया है जितना अच्छा आपका Content होता है आपकी ब्लॉग पोस्ट उतना ही बेहतर पोजिशन पर रैंक करता है इसलिए आपको अच्छे से अच्छा ब्लॉग पोस्ट लिखना है जो User के प्रश्नो का सही उत्तर हो जो User को बेहतर ढंग से समझ आ सके।
ब्लॉग पोस्ट लिखने और उसका Seo करने की ज्यादा जानकारी के लिए आप यह पोस्ट Seo Friendly Blog Post कैसे लिखे पढ़ सकते है।
यहाँ पर ध्यान देने वाली बात है कि आपको किसी दूसरे ब्लॉग से कोई Content कापी नही करना है वरना वह पोस्ट गूगल में रैंक तो नही होगी साथ ही आपको इसका डंड भी मिल सकता है जब ब्लॉग का मालिक आपके खिलाफ गूगल को शिकायत करेगा।
यहाँ पर कही बार ऐसा भी हो सकता है कि जो आप ब्लॉग पोस्ट लिख रहे है वह दूसरे किसी ब्लॉग पोस्ट से मैच करता हो जो आलरेडी गूगल में रैंक कर रही हो इसके लिए आप ब्लॉग पोस्ट लिखने के बाद उसका Duplicacy चेक करना चाहिए।
इंटरनेट पर बहुत सी ऐसी वेबसाइट है जहाँ आप अपने लिखे पोस्ट का Duplicacy फ्री में चेक कर सकते है उसके बाद उस ब्लॉग पोस्ट को पब्लिश करने से आपको कोई दिक्कत नही आयेगी।
जब आपका ब्लॉग पोस्ट एक Unique Article होता है तब वह गूगल में काफी तेजी से रैंक करता है और उस पोस्ट से किसी को दिक्कत भी नही रहती है।
FAQs –
On-Page SEO क्यूँ और कितना महत्वपूर्ण हैं?
On Page SEO का पूरा 100% महत्वपूर्ण है क्योकि इसके बिना आप अपनी पोस्ट को गूगल में रैंक नही करा सकते है।
क्या सिर्फ़ ऑन पेज एसईओ करके अपने ब्लॉग पोस्ट टॉप 1 नंबर रैंक करा सकते है?
जी हाँ करा सकते है लेकिन अगर कीवर्ड ज्यादा कंपटीशन वाला है तो पोस्ट को रैंक होने में थोड़ा समय लगेगा 6 महीने से एक साल तक लग सकता है।
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Conclusion – On Page SEO क्या है और कैसे करे
तो दोस्तो यह रही कुछ महत्वपूर्ण जानकारी On Page SEO के बारे में जिसमें आपने जाना कि On Page SEO क्या है और On Page SEO कैसे करे जिसमें हमने On Page SEO करने के सभी तरके की जानकारी स्टेप बाई स्टेप विस्तार से दिया है।
आशा करता हूँ ये जानकारी On Page SEO क्या है और कैसे करे आपको अच्छी तरह समझ में आ गया होगा जो आपके लिए काफी हेल्प फूल साबित होगा जिससे आप अपने ब्लॉग/वेबसाइट का On Page SEO करके अपने ब्लॉग पोस्ट को अच्छी पोजिशन पर रैंक करा सकते है और गूगल से अच्छा ट्रॉफिक पा सकते है।
ये जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तो और रिश्तेदारो के साथ Facebook, WhatsApp, Twitter और दूसरे सोशल मीडिया पर शेयर करे ताकि ध्यादा से ध्यादा लोग On Page SEO के बारे में जान सके और इसे अपने ब्लॉग पर अप्लाई कर सके।
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